दिल्ली: 26 फ़रवरी, 2024 को दिल्ली की ऐतिहासिक जामा मस्जिद को अपना नया इमाम मिल गया है। शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने अपने बेटे सैयद शाबान बुखारी को 14वें इमाम के रूप में घोषित किया। शाबान बुखारी को शब-ए-बारात के पावन मौके पर दस्तारबंदी समारोह में औपचारिक रूप से इमाम के रूप में स्थापित किया गया।
शाही इमाम की घोषणा:
इमाम सैयद अहमद बुखारी ने 400 साल पुरानी परंपरा का पालन करते हुए अपने उत्तराधिकारी की घोषणा की। उन्होंने कहा, “जामा मस्जिद के पहले इमाम को सम्राट शाहजहाँ ने नियुक्त किया था। परंपरा के अनुसार, इमामों ने अपने जीवनकाल में ही अपने उत्तराधिकारियों का नाम घोषित किया है। इसलिए, मैं सैयद शाबान बुखारी को अपना उत्तराधिकारी घोषित करता हूँ।”
शाबान बुखारी: शिक्षा और अनुभव:
शाबान बुखारी ने जमिया नगर में अपनी शिक्षा प्राप्त की और 2014 में उन्हें नायाब इमाम नियुक्त किया गया था। उन्होंने अपने पिता के साथ काम करते हुए धार्मिक ज्ञान और अनुभव प्राप्त किया।
दस्तारबंदी समारोह:
दस्तारबंदी समारोह में कई गणमान्य व्यक्ति, धार्मिक विद्वान और जामा मस्जिद के सदस्य उपस्थित थे। शाबान बुखारी को उनके पिता ने दस्तार पहनाकर 14वें इमाम के रूप में स्थापित किया।
शाही इमाम के दायित्व:
शाही इमाम धार्मिक मार्गदर्शन प्रदान करने, नमाज़ को पढ़ाने और मस्जिद के कार्यों का संचालन करने के लिए जिम्मेदार होते हैं।
निष्कर्ष: शाही इमाम जमा मसजिद
सैयद शाबान बुखारी का 14वें इमाम बनना एक महत्वपूर्ण घटना है। यह युवा पीढ़ी को धार्मिक ज्ञान और मार्गदर्शन प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
उम्मीद है के यह पोस्ट आपको पसंद आयी होगी एसी और खबरों के लिए बने रहें Desh Updates के साथ।