भारतीय राजनीति में लंबे समय से चली आ रही बहस Electoral Bonds Case, चुनावी बॉन्डों के मामले में, सर्वोच्च न्यायालय ने एक ऐतिहासिक फैसला सुनाया है। यह फैसला पारदर्शिता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
Electoral Bonds Case Hearing Highlights: SC has taken a tough stand on SBI’s application.

What are Electoral Bonds?
2017 में शुरू की गई चुनावी बॉन्ड (Electoral Bond) योजना का उद्देश्य राजनीतिक दलों को दान देने का एक गुप्त तरीका प्रदान करना था। इन बॉन्डों को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के माध्यम से खरीदा जा सकता था और राजनीतिक दल इन्हें भुना सकते थे। दाताओं की पहचान गुप्त रखी जाती थी।
Supreme Court’s Decision
पिछले महीने, सर्वोच्च न्यायालय ने इस योजना को असंवैधानिक करार दिया था। अदालत ने माना कि गुमनाम दान चुनावों में धन के कालेधन को बढ़ावा देता है और पारदर्शिता का अभाव पैदा करता है।
Latest Development
हाल ही में, एसबीआई ने चुनावी बॉन्ड (Electoral Bond) खरीदने वालों और उन्हें भुनाने वाले राजनीतिक दलों के विवरण देने के लिए अदालत से छूट मांगी थी। बैंक का कहना था कि इस जानकारी को एकत्र करना और उसे निर्वाचन आयोग को सौंपने में समय लगेगा।
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Supreme Court’s Stance
हालांकि, सर्वोच्च न्यायालय ने एसबीआई की इस याचिका को खारिज कर दिया। अदालत ने स्पष्ट किया कि बैंक के पास पहले से ही यह जानकारी है और उसे निर्वाचन आयोग को 12 मार्च तक सौंपना होगा। निर्वाचन आयोग को तब इस जानकारी को 15 मार्च तक अपनी वेबसाइट पर सार्वजनिक करना होगा।
Significance of the Decision
सर्वोच्च न्यायालय का यह फैसला कई मायनों में महत्वपूर्ण है।
- पारदर्शिता में वृद्धि: इससे राजनीतिक दलों के वित्तपोषण में पारदर्शिता आएगी। मतदाताओं को यह जानने का अधिकार होगा कि किसने दलों को पैसा दिया है।
- जवाबदेही सुनिश्चित करना: यह फैसला राजनीतिक दलों को जवाबदेह बनाएगा। उन्हें अब अपने धन के स्रोतों के बारे में स्पष्टीकरण देना होगा।
- काले धन पर रोक: गुप्त दान पर रोक लगाने से चुनावों में काले धन के इस्तेमाल को कम करने में मदद मिलेगी।
Reaction of Opposition Parties
विपक्षी दलों ने सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का स्वागत किया है। उनका कहना है कि इससे चुनाव प्रक्रिया में भ्रष्टाचार को कम करने में मदद मिलेगी।
The Road Ahead: Electoral Bonds
अब यह देखना बाकी है कि निर्वाचन आयोग को सौंपी जाने वाली जानकारी का राजनीतिक दलों और चुनावों पर क्या प्रभाव पड़ेगा। यह फैसला भारतीय लोकतंत्र के लिए एक मील का पत्थर साबित हो सकता है, लेकिन यह सुनिश्चित करने के लिए और कदम उठाए जाने की जरूरत है कि चुनाव पूरी तरह से पारदर्शी और जवाबदेह हों।
Your Thoughts about Electoral Bonds Case
चुनावी बॉन्ड (Electoral Bond) मामले पर सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बारे में आपके क्या विचार हैं? क्या यह फैसला चुनावों में भ्रष्टाचार को कम करने में सफल होगा?
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