हिन्दू राष्ट्रवादी नेता और सनातन धर्म प्रचारक सुब्रमण्यम स्वामी ने एक विवादास्पद दावा किया है। उनका कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल कतर में बंद भारतीय नौसेना के 8 सैनिकों को रिहा करवाने में विफल रहे थे। स्वामी के अनुसार, बाद में कतर ने इन सैनिकों को बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख़ खान की वजह से रिहा किया।
क्या मोदी और डोभाल ने छोड़े थे भारतीय जवान? स्वामी का विवादित दावा और जवानों का आभार
वरिष्ठ राजनेता सुब्रमण्यम स्वामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका दावा है कि सरकार 8 सेवानिवृत्त भारतीय नौसेना कर्मियों की रिहाई कराने में विफल रही थी।
हालांकि, स्वामी अक्सर विवादित बयानों के लिए जाने जाते हैं, इस बार उन्होंने यह भी दावा किया कि कतर सरकार ने अभिनेता शाहरुख खान के कहने पर ही जवानों को रिहा किया। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “विदेश मंत्रालय और एनएसए कतर के शेखों को मनाने में नाकाम रहे, तो मोदी को सिनेमा स्टार शाहरुख खान को कतर ले जाना चाहिए था। मोदी ने Shahrukh Khan से हस्तक्षेप करने की गुहार लगाई, जिसके बाद कतर के शेखों से महंगी समझौता कर हमारे नौसेना अधिकारियों को रिहा कराया गया।”
जवानों ने पीएम मोदी का आभार जताया
12 फरवरी को, चार महीने पहले कतर में मौत की सजा पाने वाले आठ भारतीय नौसेना के दिग्गजों को आखिरकार रिहा कर दिया गया। विदेश मंत्रालय ने भारतीय नागरिकों की रिहाई और स्वदेश वापसी को सक्षम बनाने के लिए कतर राज्य के अमीर का आभार व्यक्त किया।
आठ में से सात भारतीय नौसेना के दिग्गज भारत लौट आए हैं। उल्लेखनीय है कि उन पर जासूसी के आरोप में मौत की सजा सुनाई गई थी। रिहाई भारतीय सरकार के कूटनीतिक प्रयासों और स्वयं प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के व्यक्तिगत हस्तक्षेप के कारण ही संभव हो सकी है। भारत सरकार ने भी आवश्यकतानुसार उन्हें कानूनी सहायता प्रदान की।
एएनआई से बात करते हुए, नौसेना के दिग्गजों ने कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी के साथ इस मामले को उठाने के लिए पीएम मोदी की प्रशंसा की। उन्होंने अपनी रिहाई को उनके आदेश पर अथक कूटनीतिक प्रयासों का श्रेय दिया।
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एक नौसेना के दिग्गज ने कहा, “मैं अंततः सुरक्षित और स्वस्थ घर वापस आकर राहत और खुशी महसूस कर रहा हूं। मैं प्रधान मंत्री मोदी को धन्यवाद देना चाहता हूं क्योंकि यह उनकी व्यक्तिगत हस्तक्षेप के बिना संभव नहीं होता। मैं कतर राज्य के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी के प्रति भी आभार व्यक्त करना चाहता हूं।”
क्या यह दावा सच है?
स्वामी का दावा अभी तक किसी भी आधिकारिक सूत्र द्वारा पुष्टि नहीं किया गया है। न तो मोदी सरकार और न ही कतर सरकार ने इस दावे पर कोई प्रतिक्रिया दी है।
क्या शाहरुख खान का कोई रोल था?
शाहरुख खान कतर में काफी लोकप्रिय हैं और उन्होंने कई बार कतर का दौरा भी किया है। यह संभव है कि कतर सरकार ने शाहरुख खान के अनुरोध पर इन सैनिकों को रिहा किया हो।
इस दावे के क्या मायने हैं?
यह दावा भारतीय राजनीति में एक बड़ा विवाद खड़ा कर सकता है। यदि यह सच है कि मोदी और डोभाल इन सैनिकों को रिहा करवाने में विफल रहे थे, तो यह सरकार की विदेश नीति पर सवाल उठाएगा।
इस दावे के पीछे की कहानी:
2023 में, भारतीय नौसेना के 8 सैनिकों को कतर में हिरासत में लिया गया था। इन सैनिकों पर आरोप था कि उन्होंने कतर के एक नागरिक को अपहरण कर लिया था।
स्वामी का दावा:
सुब्रमण्यम स्वामी का कहना है कि मोदी सरकार ने इन सैनिकों को रिहा करवाने के लिए कई प्रयास किए, लेकिन वे सभी विफल रहे। स्वामी के अनुसार, कतर ने इन सैनिकों को केवल इसलिए रिहा किया क्योंकि शाहरुख खान ने कतर के अमीर से उनकी रिहाई का अनुरोध किया था।
विवाद:
स्वामी के दावे ने भारतीय राजनीति में एक बड़ा विवाद खड़ा कर दिया है। विपक्षी दलों ने मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा है कि यह सरकार भारतीय सैनिकों की सुरक्षा के लिए गंभीर नहीं है।
सरकार का बचाव:
मोदी सरकार ने स्वामी के दावे का खंडन करते हुए कहा है कि सरकार ने इन सैनिकों को रिहा करवाने के लिए हरसंभव प्रयास किए थे।
सच क्या है?
यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि स्वामी का दावा सच है या नहीं।
निष्कर्ष:
यह दावा भारतीय राजनीति में एक बड़ा मुद्दा बन गया है। यह दावा सच है या नहीं, यह अभी तक स्पष्ट नहीं है, लेकिन इसने मोदी सरकार पर कई सवाल खड़े किए हैं।स्वामी के दावों की अभी तक सरकार या कतर की ओर से कोई पुष्टि नहीं की गई है। हालांकि, जवानों द्वारा पीएम मोदी का आभार उनके हस्तक्षेप की ओर इशारा करता है। इस मामले में सच्चाई क्या है, यह आने वाले समय में ही पता चल पाएगा।
इस दावे पर विभिन्न लोगों की प्रतिक्रिया:
- विपक्षी दल: विपक्षी दलों ने मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा है कि यह सरकार भारतीय सैनिकों की सुरक्षा के लिए गंभीर नहीं है।
- भाजपा: भाजपा ने स्वामी के दावे का खंडन करते हुए कहा है कि सरकार ने इन सैनिकों को रिहा करवाने के लिए हरसंभव प्रयास किए थे।
- सोशल मीडिया: सोशल मीडिया पर इस दावे को लेकर भारी बहस चल रही है।
अब आगे क्या?
यह देखना होगा कि मोदी सरकार इस दावे पर क्या प्रतिक्रिया देती है और क्या इस मामले की कोई जांच होती है।