YouTube: पिछले तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर 2023) में यूट्यूब पर भारत का दबदबा कुछ अलग ही तरह से देखने को मिला। जी हां, मगर यह दबदबा किसी उपलब्धि के लिए नहीं, बल्कि हटाए गए वीडियो की संख्या के मामले में सामने आया है। चौंकाने वाली बात ये है कि यूट्यूब ने इस दौरान भारत में कुल 22.5 लाख से अधिक वीडियो को हटा दिया, जो उनके समुदाय दिशानिर्देशों का उल्लंघन कर रहे थे। ये आंकड़ा दुनिया भर में किसी भी देश में हटाए गए वीडियो की संख्या में सबसे अधिक है।
Cleanup campaign on YouTube: 22.5 Million videos removed in India
आप सोच रहे होंगे कि आखिर इतने सारे वीडियो क्यों हटाए गए? तो इसकी कई वजहें हैं, जिनमें शामिल हैं:
- हानिकारक या खतरनाक सामग्री: जैसे कि हिंसा को बढ़ावा देने वाले वीडियो, नफरत फैलाने वाले वीडियो या फिर गलत जानकारियां देने वाले वीडियो।
- बच्चों की सुरक्षा को खतरा: बच्चों का शोषण करने वाले वीडियो या फिर उनके लिए अनुपयुक्त सामग्री को यूट्यूब बर्दाश्त नहीं करता।
- हिंसक या भयानक सामग्री: ऐसी सामग्री जो लोगों को मानसिक या शारीरिक रूप से परेशान कर सकती है, उसे भी हटा दिया जाता है।
- Nudity और यौन सामग्री: यूट्यूब पर स्पष्ट यौन सामग्री या अश्लीलता की कोई जगह नहीं है।
- गलत सूचना: फेक न्यूज और गलत जानकारियां समाज में अफरातफरी मचा सकती हैं, इसलिए ऐसी सामग्री को भी हटाया जाता है।
यह गौर करने वाली बात है कि इनमें से 96% से अधिक वीडियो को सबसे पहले आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तकनीक की मदद से चिन्हित किया गया था। बाद में इनकी समीक्षा मानव समीक्षकों द्वारा की गई।
क्या YouTube का यह कदम सही है?
YouTube का यह कदम ऑनलाइन सुरक्षा को बनाए रखने की दिशा में एक सकारात्मक कदम माना जा सकता है। लेकिन, सवाल यह भी उठता है कि क्या इतनी बड़ी संख्या में वीडियो हटाना सही है? कहीं ऐसा तो नहीं कि कोई वीडियो गलती से हटा दिया गया हो?
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आपको इस बारे में क्या राय है? क्या यूट्यूब को इतनी सख्ती से अपने नियमों को लागू करना चाहिए? या फिर कोई बेहतर तरीका हो सकता है? साथ ही, आप ऑनलाइन सुरक्षा को बनाए रखने के लिए और क्या कदम उठाएंगे?
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हटाए गए वीडियो का असर और भविष्य की राह
22.5 लाख से अधिक वीडियो हटाने का भारत में YouTube पर निश्चित रूप से प्रभाव पड़ेगा।
संभावित प्रभाव:
- YouTube कंटेंट क्रिएटर्स: हो सकता है कंटेंट क्रिएटर्स अब और ज्यादा सतर्कता से वीडियो बनाएं ताकि उनके वीडियो को हटाने का खतरा कम हो। इससे कुल मिलाकर यूट्यूब पर मौजूद कंटेंट की गुणवत्ता में सुधार हो सकता है।
- दर्शक: कुछ लोगों को वे वीडियो न मिल पाएं जिनकी उन्हें तलाश थी। खासकर अगर वह जानकारीपूर्ण या मनोरंजक वीडियो थे जो गलती से हटा दिए गए।
- आलोचना: कुछ लोग यूट्यूब के इस कदम की आलोचना कर सकते हैं, यह कहते हुए कि इससे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हनन हो रहा है।
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भविष्य की राह:
- यूट्यूब की जिम्मेदारी: यूट्यूब को अपने एआई सिस्टम को और मजबूत बनाना चाहिए ताकि गलत तरीके से वीडियो ना हटाए जाएं। साथ ही, कंटेंट क्रिएटर्स को स्पष्ट दिशानिर्देश देने चाहिए ताकि उन्हें अपने वीडियो बनाने में किसी तरह की परेशानी ना हो।
- कंटेंट क्रिएटर्स की भूमिका: कंटेंट क्रिएटर्स को यूट्यूब के समुदाय दिशानिर्देशों को ध्यान से पढ़ना चाहिए और उनका पालन करना चाहिए। साथ ही, अपने दर्शकों को सुरक्षित और सकारात्मक माहौल प्रदान करने की कोशिश करनी चाहिए।
- दर्शकों की सजगता: दर्शकों को भी सजग रहना चाहिए और अगर उन्हें कोई गलत या आपत्तिजनक वीडियो दिखाई दे तो उसे रिपोर्ट करना चाहिए।
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उम्मीद है भविष्य में YouTube और यूजर्स (उपयोगकर्ता) मिलकर एक ऐसा मंच बना पाएंगे जो सुरक्षित, मनोरंजक और ज्ञानवर्धक हो।
चर्चा का दौर जारी: यूट्यूब की सफाई और आपकी राय
पिछले कुछ दिनों में YouTube द्वारा भारत में हटाए गए 22.5 लाख वीडियो ने सोशल मीडिया पर खूब चर्चा बटोरी है। लोगों की राय इस मुद्दे पर बंटी हुई है। आइए देखते हैं कुछ अहम बिंदु जिन पर चर्चा हो रही है:
पक्ष में तर्क:
- Online Security: कई लोगों का मानना है कि यूट्यूब का यह कदम ऑनलाइन सुरक्षा को बनाए रखने के लिए जरूरी है। हानिकारक और गलत सूचना फैलाने वाले वीडियो हटाने से समाज में सकारात्मक बदलाव आ सकता है।
- Safe Content: बड़े पैमाने पर कंटेंट होस्ट करने वाले प्लेटफॉर्म के रूप में यूट्यूब की जिम्मेदारी बनती है कि वह अपने यूजर्स को सुरक्षित माहौल दे।
- Content Quality: सख्त नियमों के चलते कंटेंट क्रिएटर्स बेहतर और ज्यादा सोच-समझकर वीडियो बनाएंगे, जिससे यूट्यूब पर मौजूद कंटेंट की गुणवत्ता में सुधार होगा।
विपक्ष में तर्क:
- अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता: कुछ लोगों का कहना है कि यूट्यूब इतनी सख्ती से नियम लागू करके अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हनन कर रहा है।
- गलत तरीके से वीडियो हटाना: कुछ का तर्क है कि एआई तकनीक की वजह से गलत तरीके से वीडियो हटाए जा सकते हैं, जिससे कंटेंट क्रिएटर्स को परेशानी हो सकती है।
- सेंसरशिप: कुछ आशंका जताते हैं कि कहीं यह कदम सरकारी दबाव में तो नहीं उठाया गया, जो एक तरह से सेंसरशिप जैसा है।
What’s your Opinion on YouTube Video Remove
यह चर्चा अभी खत्म नहीं हुई है। आप भी अपनी राय कमेंट्स में ज़रूर लिखें।
- क्या यूट्यूब का यह कदम सही है?
- क्या आप कोई बेहतर तरीका सुझा सकते हैं?
- ऑनलाइन सुरक्षा और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के बीच संतुलन कैसे बनाया जाए?
आपके विचार इस मंच को बेहतर बनाने में अहम भूमिका निभाएंगे। उम्मीद है के आपको YouTube Video Remove पीरी यह आर्टिकल पसंद आया होगा एसी और ख़बरों के लिए बने रहें Desh Updates के साथ।